धरती के गर्भ में छिपा लोहे का अकूत भंडार और धरातल पर छाई सघन वनों की हरियाली- यह है झारखण्ड की एक ऐसी भूमि जो कुदरती खजाने और सौंदर्य दोनों का एक अनूठा संगम है। झारखण्ड का एक सुदूर इलाका जिसकी सीमाएं एक ओर से उड़ीसा को भी छूती हैं, प्रकृति प्रेमियों के लिए अवश्य ही इसे स्वर्ग की संज्ञा दी जा सकती है। लेकिन दुविधा यह है की जब भी पहाड़ों की बात आती है, निश्चित रूप से सबका ध्यान हिमालय, नीलगिरी आदि की ओर चला जाता है। आज भी झारखण्ड को कोई नहीं जानता, न ही ये क्षेत्र अब तक सैलानियों के रुकने-ठहरने लिए कभी विकसित किये गए। सिर्फ कुछ सधे हुए घुमक्कड़ किस्म के प्राणी और वहां के स्थानीय लोग ही ऐसे स्थानों के बारे बता सकते हैं। चांडिल बाँध - जमशेदपुर के आस पास के नज़ारे (Chandil Dam, Jharkhand) पारसनाथ: झारखण्ड की सबसे ऊँची चोटी (Parasnath Hills, Jharkhand) एक सफर नदी की धाराओं संग (River Rafting In The Swarnarekha River, Jamshedpur) कुछ लम्हें झारखण्ड की पुकारती वादिय...
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